Tuesday 7 March 2017


जय नारी तेरी महिमा महान
किस विध करूं इसका बखान
.......................................
शिव शक्ति का सुंदर रूप धर
ममता लिए आई वो धरा पर
सब के होंठों पर माँ का नाम
है मिला हमे अमूल्य वरदान
......................................
धरती से गगन तक जा पहुंची
कल्पना की थी वो सुंदर उड़ान
याद रखे गा सदा तुम्हे ये जहाँ
समाया तुझ में वह तेज महान
.......................................
पीठ पे था लाल अपने को बांधा
अंग्रेजों को रण में मार गिराया
मिटी देश पे  वो झाँसी की रानी
जोश औ जनूं में वो बनी मर्दानी
.....................................
जय नारी तेरी महिमा महान
किस विध करूं इसका बखान

रेखा जोशी

No comments:

Post a Comment