Monday 27 October 2014

प्रेम से फैले उजाला मिटे अँधेरा

काली रात थी चहुँ  ओर गहन अँधेरा 
दिनकर के आगमन से होता  सवेरा 
आओ मिल इक दीप प्रेम का रोशन करें 
प्रेम  से  फैले  उजाला  मिटे  अँधेरा 

रेखा जोशी 

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